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दुबई अरबी: دبيّ उच्चारित/duˈbaɪ/ doo-BEYE संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की सात अमीरातोंमें से एक है . यह फारस की खाड़ी के दक्षिण में अरब प्रायद्वीप पर स्थित है . दुबई नगर पालिकाको अमीरात से अलग बताने के लिए कभी कभी दुबई राज्य बुलाया जाता है . लिखित दस्तावेजों में इस शहर का अस्तित्व संयुक्त अरब अमीरात के गठन से 150 साल पहले होने का जिक्र है . दुबई अन्य अमीरातों के साथ कानून, राजनीति, सैनिक और आर्थिक कार्य एक संघीय ढांचे के भीतर साझा करता है . हालांकि प्रत्येक अमीरात में नागरिक कानून लागू करने और व्यवस्था और स्थानीय सुविधाओं के रखरखाव जैसे कुछ कार्यों पर क्षेत्राधिकार है . दुबई की आबादी सबसे ज्यादा है और यह क्षेत्रफल में अबू धाबी के बाद दूसरी सबसे बड़ी अमीरात है . दुबई और अबू धाबी ही सिर्फ दो अमीरात है जिनके पास देश की विधायिका अनुसार राष्ट्रीय महत्व के महत्वपूर्ण मामलों पर प्रत्यादेश शक्ति का अधिकार है . दुबई पर 1833 से अल माकतौम वंश ने शासन किया है . इसके मौजूदा शासक मोहम्मद बिन रशीद अल माकतौम संयुक्त अरब अमीरात के प्रधानमंत्री और उप राष्ट्रपति भी है . अमीरात का मुख्य राजस्व पर्यटन, जायदाद और वित्तीय सेवाओं से आता है . दुबई की अर्थव्यवस्था मूलतः तेल उद्योग पर निर्मित है, वर्तमान में 80 अरब अमेरिकी डॉलर (2009) की अमीराती अर्थव्यवस्था में पेट्रोल तथा प्राकृतिक गैस का राजस्व योगदान 6% (2006) से कम है . संपत्ति और निर्माण ने 2005 में अर्थव्यवस्था में वर्तमान के बड़े पैमाने पर निर्माण कार्य में तेजी से पहले 22.6% का योगदान दिया . दुबई ने कई अभिनव बड़ी निर्माण परियोजनाओं और खेल आयोजनों के माध्यम से दुनिया का ध्यान आकर्षित किया है . सबका ध्यान आकर्षित होने के साथ ही एक वैश्विक शहर और व्यापार केन्द्र के रूप में उभरने की वजह से दुबई में श्रम और मानव अधिकारों से जुड़े कर्मचारियों मुख्यतः दक्षिण एशियाई कर्मचारियों से संबंधित मुद्दे प्रकाश में आये हैं . 1820 में, दुबई को ब्रिटिश इतिहासकारों द्वारा अल वस्ल (Al Wasl) के रूप में उल्लिखित किया गया था . संयुक्त अरब अमीरात या उसके घटक अमीरात के सांस्कृतिक इतिहास से संबंधित कुछ अभिलेख क्षेत्र की मौखिक परंपरा के दर्ज होने और लोककथाओं व मिथको के आगे बढ़ने की वजह से मौजूद हैं . शब्द दुबई की मूल भाषा के बारे में भी विवाद रहे हैं, कुछ लोगों का मानना है कि यह फारसी भाषा से उत्पन्न हुआ है, जबकि कुछ का मानना है कि अरबी इस शब्द की मूल भाषा है . फेडेल हन्धाल (Fedel Handhal) जो सयुंक्त अरब अमीरात के इतिहास और संस्कृति के शोधकर्ता है, के अनुसार शब्द दुबई का मूल शब्द दाबा (Daba ) (यादुब ((Yadub) का एक व्युत्पन्न) से आया हो सकता है, जिसका मतलब रेंगना होता है . यह शब्द हो सकता है कि दुबई खाड़ी के भीतरी प्रवाह के संदर्भ में हो सकता है जबकि कवि और विद्वान अहमद मोहम्मद ओबैद भी इसी शब्द को माध्यम बताते हैं, लेकिन उनके अनुसार इसका अर्थ टिड्डी है . दक्षिण- पूर्वी अरब प्रायद्वीप की इस्लाम से पूर्व की संस्कृति के बारे में काफी कम जानकारी है सिवा इसके कि कई प्राचीन नगरों के क्षेत्र पूर्वी और पश्चिमी दुनिया के बीच के व्यापार केंद्र थे . एक प्राचीन सदाबहार दलदल के अवशेष जो 7,000 साल पुराने है, दुबई इंटरनेट सिटी (Dubai Internet City) की सीवर लाइन के निर्माण के दौरान पाये गए . यह क्षेत्र 5,000 साल पहले समुद्र तट पीछे हट जाने से रेत से ढका हुआ था और शहर के वर्तमान समुद्र तट का एक हिस्सा बन गया था . [[File:Al Fahidi Fort.jpg|thumb|left|अल फहिदी किला, 1799 में बनाया, दुबई में सबसे पुराना मौजूदा इमारत है - अब दुबई संग्रहालय का हिस्सा है . बैज़न्तिन(Byzantine) और सासानियन (Sassanian) (फारसी) साम्राज्य ने अवधि की महान शक्तियों का गठन किया और ज्यादा क्षेत्र को सासानियन नियंत्रित करने लगे . इस क्षेत्र में इस्लाम के प्रसार के बाद, उमय्यद कालिफ (Umayyad Caliph), पूर्वी इस्लामी दुनिया के , ने दक्षिण-पूर्वी अरब पर हमला कर दिया और सासानियन को बाहर कर दिया . अल-जुमायरा (जुमेरह) के क्षेत्र में दुबई संग्रहालय की खुदाई में उमय्यद अवधि की कई कलाकृतियाँ पायीं गई है . दुबई का सबसे पहले का उल्लेख 1095 में दर्ज़ है, एन्डालुसियन - अरब (Andalusian-Arab) भूगोलिक अबु अब्दुल्ला अल-बकरी की "बुक ऑफ़ गेओग्राफी" (Book of Geography) में . वेनिस के मोती व्यापारी गस्पेरो बल्बी (Gaspero Balbi) ने 1580 में इस इलाके का दौरा किया और दुबई (डिबई) का उल्लेख इसके मोती उद्योग के लिए किया . दुबई के शहर के दस्तावेज अभिलेख केवल 1799 के बाद से ही मौजूद हैं . 19 वीं सदी के शुरू में, बनी यास (Bani Yas) वंश के अल अबू फालसा परिवार (हाउस अल-फालासी) ने दुबई की स्थापना की है, जो 1833 तक अबू धाबी पर निर्भर था . 8 जनवरी 1820 को, दुबई और इस क्षेत्र में अन्य शेखों ने ब्रिटिश सर्कार के साथ "जनरल समुद्री शांति संधि" (General Maritime Peace Treaty) पर हस्ताक्षर किये . 1833 में बनी यास जनजाति के अल मकतौम वंश (हाउस अल-फालासी के वंशज) ने अबू धाबी का समझौता छोड़ दिया और बिना विरोध के अबू फासला वंश से दुबई को ले लिया . दुबई 1892 के 'विशेष समझौते" द्वारा यूनाइटेड किंगडम के संरक्षण के अंतर्गत आ गया जिसमे ब्रिटेन ने दुबई की ओटोमन साम्राज्य से रक्षा की सहमति दी.1800 के दौरान शहर में दो बार प्रलय आई . पहला, 1841 में बुर दुबई इलाके में चेचक महामारी जिसने इसके निवासियों को डिरा के पूर्व में शरण लेने को मजबूर कर दिया . और फिर, 1894 में, डिरा में एक आग लगी जिसमे कई घर जल गए . हालांकि, शहर की भौगोलिक स्थिति ने इस क्षेत्र के आसपास से व्यापारियों और सौदागरों को आकर्षित करना जारी रखा . दुबई के अमीर ने विदेशी व्यापारियों को आकर्षित करने के लिए उत्सुक था और उसने व्यापार कर को कम कर दिया जिसने व्यापारियों को शारजाह (Sharjah) और बन्दर लेंगेह (Bandar Lengeh) से खीच लिया जो उस समय इस क्षेत्र के मुख्य व्यापार केन्द्र थे. दुबई की ईरान से भौगोलिक निकटता ने इसे एक महत्वपूर्ण स्थान बनाया है . दुबई का शहर विदेशी व्यापारियों के लिए एक महत्वपूर्ण बंदरगाह था, मुख्यतः ईरान के व्यापारियों के लिए, जिसमे कई अंततः इसी शहर में बस गए . दुबई 1930 के दशक तक अपने मोती निर्यात के लिए जाना जाता था पर विश्व युद्घ 1 से यह उद्योग क्षतिग्रस्त हो गया था, और बाद में 1930 के दशक में विश्व्यापी मंदी से यह फिर से क्षतिग्रस्त हो गया . मोती व्यापार के पतन के साथ कई निवासी फारस की खाड़ी के अन्य भागों में चले गए . अपनी स्थापना के बाद से ही दुबई अबु धाबी के अनुपात पर था . 1947 में, दुबई और अबु धाबी के उत्तरी क्षेत्र की साझा सीमा का विवाद युद्ध में बदल गया . ब्रिटेन की मध्यस्तता और एक मध्यवर्ती सीमा जो रस हसियन (Ras Hasian) तट से दक्षिण पूर्व की ओर थी के परिणामस्वरूप दोनों से बीच एक अस्थायी युद्धस्तिथि विराम आ गया था . अमीरात के बीच सीमा विवाद संयुक्त अरब अमीरात के गठन के बाद भी जारी रहा और 1979 में ही एक औपचारिक समझौते के बाद युद्ध समाप्त हुआ . बिजली, टेलीफोन सेवाओं, और एक हवाई अड्डे दुबई में 1950 के दशक में स्थापित हुए जब ब्रिटिश अपने स्थानीय प्रशासनिक कार्यालयों शारजाह से दुबई ले गए . 1966 में शहर ने कतर के नव स्वतंत्र देश के साथ फारस की खाड़ी रुपए के अवमूल्यन के बाद नै मौद्रिक इकाई कतर/दुबई रियाल की स्थापना की . उसी साल दुबई में तेल का पता चला जिसके बाद शहर ने अंतरराष्ट्रीय तेल कंपनियों को रियायतें दी . तेल की खोज से विदेशी कर्मचारियों की एक बाढ़ सी आ गई जिसमे मुख्यतः भारतीय और पाकिस्तानी लोग थे . कुछ अनुमानों के अनुसार शहर की जनसँख्या 1968 से 1975 300% तक बढ़ गई थी . पूर्व रक्षक ब्रिटेन के 1971 में फारस की खाड़ी छोड़ने के बाद 2 दिसम्बर 1971 को दुबई ने अबु धाबी और पांच अन्य अमीरात के साथ मिलकर संयुक्त अरब अमीरात की स्थापना की . 1973 में, दुबई ने अन्य अमीरातों के साथ मिलकर एक समान मुद्रा : संयुक्त अरब अमीरात दिरहम अपनाई . 1970 के दशक में, दुबई में तेल और व्यापार से उत्पन्न राजस्व में निरंतर बढोत्तरी होती रही , जबकि शहर में लेबनान के गृह युद्ध से भागे हुए आप्रवासियों की बाढ़ आ गयी थी . जेबेल अली बंदरगाह (दुनिया का सबसे बड़ा मानव निर्मित बंदरगाह) 1979 में स्थापित किया गया था . जफ्ज़ा (Jafza)(जेबेल अली नि:शुल्क जोन) का बंदरगाह के आसपास निर्माण 1985 में विदेशी कंपनियों को अप्रतिबंधित श्रम आयात और पूंजी निर्यात प्रदान करने के लिए किया गया था . दुबई सरकार एक संवैधानिक राजशाही ढांचे के भीतर संचालित होती है और अल मकतौम परिवार द्वारा 1833 के बाद से शासित है . मौजूदा शासक मोहम्मद बिन रशीद अल मकतौम संयुक्त अरब अमीरात के प्रधानमंत्री और सुप्रीम संघ परिषद् (SCU) के सदस्य भी है . दुबई 2 सत्र विधि के लिए 8 सदस्यों की संयुक्त अरब अमीरात की संघीय राष्ट्रीय परिषद (Federal National Council - FNC) जो सर्वोच्च संघीय वैधानिक संस्था है, में नियुक्ति करती है . दुबई नगर पालिका (डीएम) की स्थापना तत्कालीन शासक राशिद बिन सईद अल मकतौम ने 1954 में नगर नियोजन, नागरिक सेवाओं और स्थानीय सुविधाओं के रखरखाव के प्रयोजनों के लिए की थी . डीएम की अध्यक्षता हमदान बिन राशिद अल मकतौम ,दुबई के उप शासक द्वारा की जाती है और इसमें अनेक विभाग जैसे सड़क विभाग,योजना और सर्वेक्षण विभाग, पर्यावरण एवं जन स्वास्थ्य विभाग और वित्तीय मामलों के विभाग शामिल हैं . सन् 2001 में दुबई नगर पालिका ने अपने वेब पोर्टल (दुबई.एई) द्वारा अपनी 40 शहरी सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए एक ई- सरकार परियोजना शुरू की . ऐसी 13 सेवाएँ अक्तूबर 2001 से शुरू की गई, जबकि कई अन्य सेवाएं भविष्य में चालू होने की आशा है . दुबई और रास अल खैमाह ही केवल अमीरात है जो संयुक्त अरब अमीरात की संघीय न्यायिक प्रणाली के अनुरूप नहीं हैं . अमीरात की न्यायिक अदालत हैं द कोर्ट ऑफ़ फर्स्ट इंस्टैंस, द कोर्ट ऑफ़ अपील और द कोर्ट ऑफ़ कैसशन . द कोर्ट ऑफ़ फिस्र्ट इंस्टैंस में सिविल कोर्ट होते हैं जो सभी नागरिकों के दावे सुनते है, अपराध न्यायालय,जो पुलिस की शिकायतों से जुड़े दावे सुनते है और शरिया कोर्ट जो मुसलमानों के बीच मामलों के लिए जिम्मेदार है . गैर मुसलमान शरिया कोर्ट के सामने प्रकट नहीं होते हैं . द कोर्ट ऑफ़ कैसशन अमीरात का सुप्रीम कोर्ट है और कानून के मामलों पर विवाद सुनता है . दुबई पुलिस बल की स्थापना नैफ इलाके में 1956 में हुई और इसका कानून प्रवर्तन अधिकार क्षेत्र अमीरात है . यह बल मोहम्मद बिन रशीद अल मकतौम, दुबई के शासक की प्रत्यक्ष कमान के अधीन है . दुबई नगर पालिका शहर की स्वच्छता और मलजल बुनियादी सुविधाओं के प्रभारी भी हैं . शहर के तेज विकास ने इसके सीमित सीवेज उपचार के बुनियादी ढांचे को उसकी चरम सीमा तक खीच दिया है . संयुक्त अरब अमीरात के संविधान का अनुच्छेद 25 जाति, राष्ट्रीयता, धार्मिक विश्वासों या सामाजिक स्थिति के आधार पर सभी को सामान आचरण प्रदान करता है . हालाँकि, दुबई के 250,000 में से अनेक विदेशी मज़दूरों की स्तिथि को मानव अधिकार वॉच द्वारा "मानवीय से कम " वर्णित किया गया है . NPR अनुसार श्रमिक "आम तौर पर एक कमरे में आठ रहते है और अपने वेतन का एक हिस्सा वे अपने परिवारों को, जिन्हें वे सालों नहीं देख पाते है, को भेजते है ." 21 मार्च 2006 को बुर्ज खलीफा निर्माण स्थल के श्रमिक जो बस के समय और काम की परिस्थितियों से परेशान थे ,ने आन्दोलन कर दिया था जिससे कारों, कार्यालयों, कंप्यूटरों, और निर्माण उपकरणों को हानि हुई थी . वैश्विक वित्तीय संकट ने दुबई के श्रमिक वर्ग को नुक्सान पहुँचाया है ,कई श्रमिकों को भुगतान नहीं किया जा रहा है और वे देश छोड़ने में भी असमर्थ है . दुबई में विदेशी नागरिकों के जुड़े न्यायिक सिद्धांतों को 2007 में रौशनी में लाया गया जब एलेक्जेंडर रॉबर्ट नामक एक 15 वर्षीय फ़्रांसिसी- स्विस नागरिक के साथ तीन स्थानीय लोगों द्वारा बलात्कार, जिसमे से एक एचआइवी पोसिटिव था और हाल में ही प्रवासी मजदूर जिनमे से अधिकांश भारतीय थे जो बुरी मजदूरी और जीवन स्थितियों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे, के कैद जैसी घटनाओं को कथित रूप से छुपाने की कोशिश की गयी थी . वेश्यावृत्ति, जो कानून द्वारा अवैध है, सुस्पष्ट रूप से अमीरात में मौजूद है क्योंकि इसकी अर्थव्यवस्था बड़े पैमाने पर पर्यटन और व्यापार पर आधारित है . अमेरिकन सेन्टर फॉर इंटरनेशनल पॉलिसी स्टडीज (AMC.PS) द्वारा किए गए एक शोध में पाया गया कि रूसी और इथियोपिया की महिलायें सबसे आम वेश्याओं हैं, साथ ही कुछ अफ्रीकी देशों की भी महिलाएं है, जबकि भारतीय वेश्याएं एक अच्छी तरह से आयोजित ट्रांस ओशियानिक वेश्यावृत्ति नेटवर्क का हिस्सा हैं . एक 2007 की PBS की दुबई : रात के राज़ नामक वृत्तचित्र के अनुसार क्लब में अधिकारियों द्वारा वैश्यावृत्ति को सहन किया जाता है और कई विदेशी महिलाओं वहां बिना मजबूरी के पैसे से आकर्षित होकर काम करती हैं . दुबई के सांख्यिकी केंद्र द्वारा आयोजित की गई जनगणना के अनुसार, अमीरात की 2006 में आबादी 1,422,000 थी जिसमे 1,073,000 पुरुष और 349,000 महिलाएं शामिल थी . क्षेत्र 497.1 वर्ग मील (1,287.4 km2) तक फैला हुआ हैं . जनसंख्या घनत्व 408.18/km2 है जो पूरे देश से आठ गुना अधिक हैं . दुबई क्षेत्र में दूसरा सबसे महंगा शहर है और दुनिया में 20 वां सबसे महंगा शहर हैं . 1998 के रूप में, अमीरात की जनसंख्या का 17% भाग संयुक्त अरब अमीरात के नागरिकों का था . लगभग प्रवासियों की जनसँख्या (और अमीरात की कुल आबादी का 71% भाग) का 85% भाग एशियाई था, मुख्यतः (51%) भारतीय, पाकिस्तानी (15%) और बांग्लादेशी (10%) . लेकिन जनसंख्या का एक चौथाई भाग कथित तौर पर ईरानी मूल का है . इसके अतिरिक्त, जनसंख्या का 16% भाग (या 288,000 लोग ) सामूहिक श्रम आवास में रहने वाले लोगों की जातीयता या राष्ट्रीयता की पहचान नहीं है लेकिन यह मुख्यतः एशियाई सोचा गया है . अमीरात में औसत उम्र 27 साल थी . अपक्व जन्म दर 2005 में 13.6% थी जबकि अपक्व मृत्यु दर 1% थी . हालांकि दुबई की अधिकारिक भाषा अरबी है पर उर्दू, फारसी, हिंदी, मलयालम, बंगाली, तमिल, टैगलोग, चीनी और अन्य कई भाषाएँ भी दुबई में बोली जाती हैं . अंग्रेजी शहर की सामान्य भाषा है और निवासियों द्वारा बहुत ही व्यापक रूप से बोली जाती है . संयुक्त अरब अमीरात अनंतिम संविधान के अनुच्छेद 7 के अनुसार इस्लाम संयुक्त अरब अमीरात शासकीय राज्य धर्म है. सरकार लगभग 95% मस्जिदों को सहायता देती है और सभी इमामों को रोज़गार देती है ; लगभग 5% मस्जिद पूरी तरह से निजी हैं और कई बड़ी मस्जिदों के बड़े निजी वृत्तिदान है . दुबई में बड़ी संख्या में हिंदू, ईसाई, सिख, बौद्ध और अन्य धार्मिक समुदाय के लोग शहर में रहते हैं . गैर मुस्लिम समूहों के लोग अपने स्वयं के पूजा घर बना सकते है जहां वे मुक्त रूप से अपने धर्म का अभ्यास कर सकते हैं इसके लिए उन्हें भूमि अनुदान का अनुरोध और एक परिसर के निर्माण की अनुमति लेने की ज़रुरत होती है . जिन समुदायों के खुद के धार्मिक इमारतें नहीं होती वे अन्य धार्मिक संगठनों की सुविधाओं का प्रयोग कर सकते है या निजी घरों में पूजा कर सकते हैं. गैर मुस्लिम धार्मिक समूहों को खुले तौर पर समूह के कार्यों की विज्ञापित की अनुमति है लेकिन शुद्धिकरण या धार्मिक साहित्य का वितरण जो इस्लाम का अपमान माना जाता है ,आपराधिक मुकदमा चलाने, कारावास और निर्वासन के दंड के अंतर्गत आता है . ------------------------------------------------------------------------------------- |
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